Saturday 16 February 2019

पुलवामा हमले के बाद भारत को क्या करना चाहिए?

पुलवामा हमले के बाद भारत को क्या करना चाहिए?

पुलवामा हमले में हुई क्षति के लिए हमारी संवेदना उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनो को खोया है। कोई भी शब्द इसकी भरपाई नही कर सकता है।

पुलवामा हमले में भारतीय जवानों के ऊपर हुई कार्यवाही को कायराना माना जायेगा। देश मे उपजे आक्रोश को देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल नही की लोगो को एकमात्र उपाय आर या पार ही दिख रहा है। क्या यही एक उपाय है मेरे ख्याल से शायद नही? क्योंकि इसके अलावा और भी कदम है जिसको भारत सरकार उठा सकती है जिससे सरहद पार देश को सोचना पड़ेगा। मैं निम्नलिखित बातों पर अमल करने के केंद्र सरकार से अपेक्षा करता हूँ:-
१) MFN का दर्जा समाप्त (कर दिया गया)।
२) भारतीय राजदूत को ना कि सिर्फ बुलाया जाय बल्कि भारतीय उच्चायोग को तब तक बंद कर देना चाहिए जबतक पाकिस्तान की तरफ आगे कोई हमला नही होने का संयुक्त राष्ट्र में लिखित आश्वासन ना मिल जाय।
३) रेल सेवा के साथ साथ बस सेवा को भी बंद कर देना चाहिए।
४) भारत का हवाई क्षेत्र को पाकिस्तान से उड़ने वाले या पाकिस्तान को जाने वाले सभी हवाई उपयोग के लिए प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
५) संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर के पक्ष को मजबूती से बार बार उठाना चाहिए।
६) बलोचिस्तान को खुलकर कूटनीतिक समर्थन देना शुरू करना चाहिए।
७) अफगानिस्तान के पूर्वी सीमा जो पाकिस्तान को लगती है वहाँ पर काम करने के क्षेत्र को बढ़ाना चाहिए।
८) भारत के अंदर किसी भी भारतीय द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे नारे को पूर्णतः प्रतिबंधित कर देना चाहिए कोई भी ऐसा करते हुए पकड़ा जाएगा तो उसको IPC के तहत कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।
९) कश्मीर के लिए अलग से नीति बननी चाहिए जो भारत को मानेगा उससे बात होगी जो उसकी आजादी की बात करेगा उससे बात नही होगी साथ मे उसपर कानूनी कार्यवाही भी होगी।
१०) सेना को पाकिस्तानी सीमा पर लगातार कुछ ना कुछ करते रहने चाहिए ताकि पाकिस्तान कुछ ऐसा करे जिससे उसकी संयुक्त राष्ट्र में छवि को सबके सामने पेश किया जा सके। अगर इधर एक गोला गिरे तो उधर चार गिरने चाहिए और लगातार होते रहने चाहिए।
११) घुसपैठ शब्द को आतंकवाद शब्द से बदल देना चाहिए। हमे अपने संविधान में सीमापार से हुए किसी भी तरह की घुसपैठ को आतंकवाद कहा जायेगा। कोई अच्छा या बुरा आतंकवाद नही हम सिर्फ आतंकवाद को मानेंगे और उसी के हिसाब से हम अपनी प्रतिक्रिया देने को स्वतंत्र होंगे।
१२) किसी भी तरह के व्यापार पर प्रतिबंध।
१३) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर जगह पाकिस्तान को आर्थिक रूप से अलग थलग करने की कोशिश जारी करनी चाहिए।
१४) पाकिस्तान से कोई भी सांस्कृतिक आदान प्रदान के नाम पर किसी भी तरह रिश्ता नही रखेगा चाहे वो फिल्मकार हो साहित्यकार हो या राजनेता।
१५) पाकिस्तान के साथ लगने वाले सभी बॉर्डर को तत्काल प्रभाव से बंद कर देने चाहिए।
१६) किसी भी तरीक़े की राजनैतिक बातचीत तबतक नही होगी जबतक पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में लिखित में इस बात का आश्वासन ना दे दे कि अब उनकी जमीन भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए उपयोग नही होगी।

धन्यवाद।

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