15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस की आप सभी को बधाई।
आज स्वतंत्रता दिवस है सोचनीय है किस हद तक हम आजाद है।
हमारे ख्याल कितने आजाद है?
हम आर्थिक रूप से कितने आजाद है?
हमारी सीमाएं कितनी आजाद है?
हम भीड़ तंत्र से कितने आजाद है?
हम महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर कितने आजाद है?
हम दहेज उत्पीड़न से कितने आजाद है?
आज स्वतंत्रता दिवस है सोचनीय है किस हद तक हम आजाद है।
हमारे ख्याल कितने आजाद है?
हम आर्थिक रूप से कितने आजाद है?
हमारी सीमाएं कितनी आजाद है?
हम भीड़ तंत्र से कितने आजाद है?
हम महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर कितने आजाद है?
हम दहेज उत्पीड़न से कितने आजाद है?
- महिलाओं के यौन उत्पीड़न से आज़ादी कब?
- गरीबी से आजादी कितनी?
- अशिक्षा से आजादी कब?
- भूखमरी से आजादी कब?
- अंधकार से आजादी कब?
- भ्रष्टाचार से आजादी कब?
- अंध विश्वास से आजादी कब?
- जातिवादी सोच से आजादी कब?
- प्रदुषण से आजादी कब?
- ऐसे कई सवाल है जो मन में लेकिन हम कब अपनी हीनभावना की सोच से आजाद होंगे?
सोचना आपको है या आप तो सिर्फ वही सोचिये जो आपको सोचने को मजबूर किया जा रहा है चाहे राजनैतिक पार्टियाँ हो या एक समुदाय विशेष या एक वर्ग विशेष बुद्धिजीवी इत्यादि। हम यह नही कहते उपरोक्त बातें कुछ दिन या कुछ सालों में बदल जायेगा इसके लिए सालों लगेंगे जिसके लिए हमे सतत ईमानदार प्रयास करते रहने होंगे।
सोचना आपको है अगर आप नही सोच सकते तो आप राष्ट्रीय मिठाई जलेबी का लुत्फ लीजिए तथा एक सिनेमा देखते हुए अपनी छुट्टी का आनंद लीजिए।
एक बार फिर से पूरे देशवाशियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।