Monday 24 January 2011

Bharat Ratna Pandit Bhimsen Gururaj Joshi

मेरे उम्र के सभी लोगो को याद होगा जब हमने अपनी लाइफ में पहली बार टीवी देखना शुरू किया तो तभी दूरदर्शन पर उस समय 'मिले सुर मीरा तुम्हारा' गाना जरुर बजता था और उसमे भारत रत्न पंडित भीमसेन गुरुराज जोशी की गाना सुन के कैसे चहक उठते थे की पंडित जी को ऊपर वाले ने क्या आवाज़ दी है! हम गर्व महसूस करते थे की पंडित जी जैसी आवाज़ हमारे भारत में ही पैदा हो सकती है! मेरी तरफ से आज उन लाखो हिन्दुस्तानियो की तरफ से भारत रत्न पंडितजी को भावभीनी शर्धांजलि! आशा करते है की भगवान् उनकी आत्मा को शांति प्रदान करेगे! और हर भारत वासी उनकी कला जगत में किये गए अतुलनीय सहयोग को हमेशा याद रखेगा!

पंडितजी कला जगत में हमेशा स्वर भास्कर के नाम से बुलाये जाते रहे! पंडितजी, जो स्वर सम्राट थे कला जगत के, और आज हमेशा के लिए शांत हो गए! पंडितजी हिन्दुस्तानी पारंपरिक कला जगत के उत्तम गायकों में से एक गिने जाते थे और उनका नाम हमेशा ही कला जगत में बहुत ही सम्मान के साथ लिया जाता है! तभी उनके इस योगदान को देखते हुआ भारत सरकार ने उन्हें भारत की सबसे बरी नागरिक सम्मान (भारत रत्न) से २००८ सम्मानित में सम्मानित किया था! किराना घराना से ताल्लुक रखने वाले पंडितजी को हमेशा उनके ख्याल गायकी के साथ-साथ भजन और अभंग के बेहतरीन गायकी के लिए भी जाने जायेंगे!

भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशीजी को एक बार फिर से मेरी तरफ से भावभीनी शर्धांजलि!

Featured Post

Katihar - कटिहार

कटिहार अक्टूबर महीना म अस्तित्व म पचास साल पहले अइले छेलै, मतलब दु अक्टूबर के पचासवाँ स्थापना दिवस मनैलके। कटिहार र साहित्य, संस्कृति आरू इत...