
नए साल की शुरुआत लोगो को नए साल की मुबारकवाद से करे। साल २०१५, साल २०१६ के लिए बाहें फैलाएं खड़ा है और हमसे कह रहा है उठो, जागो, देखो और सीखो पिछले साल की गयी गलतियों से और नए साल का स्वागत करो नयी खुशियों और उम्मीदों से।
एक पुरानी कहावत है "हमे उन बातों पे रोना नहीं चाहिए जो बीत चूका है और हमे खुश होना चाहिए की ऐसा हो चूका है"। ये उसी तरह से व्यर्थ है जैसे ज़मीन पर बिखरे हुए दूध पे रोना। आप बीत गए समय को कभी वापस नहीं ला सकते लेकिन आप उसमे सुधार तो अवश्य कर सकते है। नया साल नयी ऊंचाइयों को छूने का है नयी शुरुवात करने का है। आये शपथ ले किसी की मुस्कराहट लाने का, किसी को खुशियाँ देने का। इस तरह आप दोनों खुशियाँ देख पाएंगे अपनी अपनी जिंदगियों में।
इसीलिए नया साल जैसे ही अपने आने की घोसना करे सबसे पहले आप अपने करीबियों को नए साल की मुबारकवाद दे और उन्हें बताएं आप उनसे कितना प्रेम करते और उनकी आपकी जिंदगी में क्या अहमियत है।
इन्ही शब्दों के साथ आप सभी के लिए आने वाले साल में धन, बल, सुख और शांति की कामना करते है।
जय हिन्द, जय भारत।